1 min readगहराई - ऊंचाईदुख गहराई देता है। खुशी ऊंचाई देती है।.उदासी जड़ें देती है। खुशी शाखाएं देती है।.खुशी आकाश में जाने वाले पेड़ की तरह होती है,और उदासी पृथ्वी के गर्भ में जड़ों की तरह होती है।.दोनों की जरूरत होती है, और उच्च एक पेड़ जाता है,जितना गहरा जाता है, एक साथ।.पेड़ जितना बड़ा होगा, उसकी जड़ें उतनी ही बड़ी होंगी।.वास्तव में, यह हमेशा अनुपात में होता है।यही इसका संतुलन है।With grace & peace,holykarma.au
दुख गहराई देता है। खुशी ऊंचाई देती है।.उदासी जड़ें देती है। खुशी शाखाएं देती है।.खुशी आकाश में जाने वाले पेड़ की तरह होती है,और उदासी पृथ्वी के गर्भ में जड़ों की तरह होती है।.दोनों की जरूरत होती है, और उच्च एक पेड़ जाता है,जितना गहरा जाता है, एक साथ।.पेड़ जितना बड़ा होगा, उसकी जड़ें उतनी ही बड़ी होंगी।.वास्तव में, यह हमेशा अनुपात में होता है।यही इसका संतुलन है।With grace & peace,holykarma.au
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